
रक्षाबन्धन पर कविता | हमारे देश मे राखी का क्या महत्व | Rakash Bandhan per shayari
रक्षाबंधन देखो-देखो, आया, त्यौहारों का त्यौहार, आया भाई बहनों का प्यार। ये…
करुणामयी मेरी " माँ" यह कविता समर्पित है,मेरी- "माँ पूजनीय करुणा जैन" जी के लिए,जिसे,मेने उनकी याद में बनाई है। उन्होंने ह…
और पढ़ेंहिस्सा एक समय सपना के बीएससी के एग्जाम चल रहे थे, प्रथम वर्ष की बनी दोस्त, दूसरे वर्ष में मिली दोस्त भावना से मिलकर मानो आनंद की सीमा नहीं रही। …
और पढ़ेंमेरे हाथ में किताब थी और मैं इधर उधर देखे जा रही थी क्योंकि वह मेरे हाथ में किताब पकड़ा कर गायब हो चुका था या यों कहें कि वह कहीं छिप गया था,वह…
और पढ़ेंप्रिय पाठक गण जीवन में बहुत अनोखा शब्द,भाव,आशय,उद्देश्य सभी कुछ एक शब्द में समाहित है, वह है "माँ" क्योंकि "माँ" के बारे मे …
और पढ़ेंरक्षाबंधन देखो-देखो, आया, त्यौहारों का त्यौहार, आया भाई बहनों का प्यार। ये…
मै श्रीमति माधुरी बाजपेयी, अपनी परिस्थितियों के अनुरूप भाव की अभिव्यक्ति में विश्वास करती हूं, में लेखनी में रूचि रखती हूं, मेरा जीवन अलग अलग रंगों से भरा है, इस लिए में चाहती हू, कि उन रंगों को आज की पीढ़ी को समर्पित करूं अपनी लेखनी से,मेरा बाल्य काल आध्यात्मिक सुंदरता और भी भिन्न भिन्न तरीकों से भरा पड़ा है, में भारत के मध्यप्रदेश के मण्डला शहर में निवास करती हूं,मुझे लगता है की भाव को,यदि शक्ति के जैसे उपयोग किया जाये तो जीवन में अनेक बदलाव देखने को मिलेंगे जिससे भाव मे श्रेष्ठता आएगी । और जीवन के सभी तरह के उत्थान में मदद मिलेगी ।